सैन्ट्रल एयर कंडीशनर कितने प्रकार के होते हैं ? पैकेज यूनिट कितने टन के आते है सैन्ट्रल AC कहा कहा लगाया जाता है सैन्ट्रल AC के फायेदे जाने पढ़े बहुत अच्छी जानकरी AC टेकनीशियन के लिए


  उत्तर -सैन्ट्रल एयर कंडीशनर कितने प्रकार के होते हैं कितने टन के आते कैसे ठंडा करते है कहा कहा लगाया जाता जाने 

 जैसे -  बड़े - बड़े हाल , थियेटर , होटल आदि में बड़े - बड़े एयर - कंडीशनर प्रयोग किए जाते हैं । इनकी कैपेसिटी 24,000 से 1,00,000 BTU प्रति घंटा होती है । वर्णन करो । व्यापारिक रूप में प्रयोग किये जाते हैं । ये निम्न प्रकार के होते हैं 

1. पेकेज्ड यूनिट ( Packaged Unit ) । 

2. रिमोट सिस्टम ( Remote System ) ।

 3. हीटिंग और कूलिंग यूनिट ( Heating and Cooling Unit ) 

 4. हीट पम्प ( Heat Pump ) । 

      




 पेकेज्ड यूनिट — यह यूनिट पहले बहुत बड़े साइज में और कम केपेसिटी के होते परन्तु अब यह साइज में छोटे बनाये जाते हैं और इनकी केपेसिटी भी अधिक होती है जिसका मूल्य भी पहले की अपेक्षा कम हो गया है । पहले यह 2 से 10 टन की केपेसिटी के होते थे जिनमें 2 , 3 और 5 टन के अधिक प्रयोग होते थे । परन्तु अब 100 टन की केपेसिटी तक के बनाये जाते थे । अधिकतर 6 व 7-2 टन की केपेसिटी के अधिक प्रयोग किये जाते हैं । यह फर्श पर , छत पर , और दीवार पर फिट किए जा सकते हैं ।  

ये यूनिट व्यापारिक रूप में प्रयोग होने के अतिरिक्त घरेलू कार्यों में भी प्रयोग किये जाते हैं । इसमें एवापोरेटर , कम्प्रेसर और कंडेंसर मुख्यतः होते हैं । इसमें तापीय कार्य ( heating function ) का भी प्रबंध होता है । कम्प्रेसर रेसीप्रोकेटिंग टाइप का होता है । 1 एवापोरेटर डायरेक्ट एक्सपेन्सन टाइप और कंडेंसर एयर कूल्ड या वाटर कूल्ड होता है । इसमें एक्सपेन्सन वाल्व केपिलरी ट्यूब टाइप या थर्मोस्टेटिक टाइप का होता है । एयर कूल्ड पेकेज यूनिट दिखाया गया है । इसमें कंडेंसर बाहर की ओर छाया में लगाया जाता है जहाँ ठंडी वायु कंडेंसर से स्पर्श करती रहे । कमरे के अन्दर गर्मी पाकर रेफ्रीजिरेन्ट वेपराइज हो जाता है जो कम्प्रेसर के द्वारा कम्प्रेस्ड होकर कंडेंसर में भी जाता है और द्रव रूप में परिवर्तित हो जाता है । रेफ्रीजिरेन्ट सक्शन और डिस्चार्ज लाइन दीवार के चारों ओर लगी रहती हैं । रेफ्रीजिरेन्ट द्रव बिल्डिंग के अन्दर पाइप द्वारा जाता है जहाँ एवापोरेटर ब्लोअर लगा रहता है । यह रेफ्रीजिरेन्ट बिल्डिंग के ताप को शोषित कर लेता है और कमरा ठंडा हो जाता है । कमरे की गर्मी पाकर द्रव रेफ्रीजिरेन्ट पुनः वेपराइज हो जाता है जिसे कंडेंसर पुनः द्रव में परिवर्तित कर देता है । इसी भाँति यह क्रिया होती रहती है ।

 वाटर कूल्ड कंडेंसर प्रयोग किये जाने वाले पेकेज यूनिट  इसमें कम्प्रेसर के एक ओर सक्शन सर्विस वाल्व और दूसरी ओर डिस्चार्ज सर्विस वाल्व लगा रहता है ।एवापोरेटर के समीप एक्सपेन्सन वाल्व साइड ग्लास से लगा रहता । कम्प्रेसर में डुअल ( dual ) कट आउट कन्ट्रोल भी लगा रहता है । रिसीवर के मध्य कट आफ वाल्व सेफ्टी वाल्व होता है । इस यूनिट की प्रणाली उपरोक्त की भाँति है । केवल अन्तर यह है कि कंडेंसर कमरे के अन्दर ही लगा दिया जाता है जो सदैव पानी से भरे बर्तन में डूबा रहता है । एक ओर से ठंडा पानी इनमें जाता है और कंडेंसर के संपर्क में आता है जिससे रेफ्रीजिरेन्ट ठंडा होकर व बन जाता है । उसकी गर्मी पानी ले लेता है और गर्म होकर दूसरी ओर निकल जाता है । सेफ्टी वाल्व लिक्विड लाइन में प्रेशर सीमा से अधिक होने को रोकता है इस यूनिट में हीटिंग कोइल का प्रबंध भी होता है जिससे जाड़े के दिनों में कमरे को गर्म बनाया जा सके । परन्तु अधिकतर केवल इसे कमरे को ठंडा करने के लिए प्रयोग किया जाता है । यह चौरस छत , दरवाजे के ऊपर मध्य में फिट किया जा सकता है ।

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